THE BEST SIDE OF SHIV CHALISA LYRICSL

The best Side of shiv chalisa lyricsl

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जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्त धाम शिवपुर में पावे॥

Victory to the husband of Girija, the compassionate Lord. He often shields and nurtures his devotees and youngsters. That has a crescent moon adorning his forehead, And earrings crafted from snakes’ hoods.

द्वादश ज्योतिर्लिंग मंत्र

अर्थ: हे प्रभु जब क्षीर सागर के मंथन में विष से भरा घड़ा निकला तो समस्त देवता व दैत्य भय से कांपने लगे (पौराणिक कथाओं के अनुसार सागर मंथन से निकला यह विष इतना खतरनाक था कि उसकी एक बूंद भी ब्रह्मांड के लिए विनाशकारी थी) आपने ही सब पर मेहर बरसाते हुए इस विष को अपने कंठ में धारण किया जिससे आपका नाम नीलकंठ हुआ।

सागर मध्य कमल हैं जैसे ॥ कार्तिक श्याम और गणराऊ ।

मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥

त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा more info कर Shiv chaisa लीन बचाई॥

नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।

बुरी आत्माओं से मुक्ति के लिए, शनि के प्रकोप से बचने हेतु हनुमान चालीसा का पाठ करें

सबहिं कृपा कर लीन बचाई ॥ किया तपहिं भागीरथ भारी ।

नीलकण्ठ तब नाम कहाई ॥ पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा ।

लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट ते मोहि आन उबारो॥

त्रयोदशी ब्रत करे हमेशा। तन नहीं ताके रहे कलेशा॥

पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे॥

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